संता का ख़राब दिन!
दरवाज़ा खोला कुण्डी हाथ में! नल खोला तो टूटी हाथ में! ब्रुश किया तो दांत हाथ में! अब डर के मरे सोच रहा है कि सुसु करू या न!
दरवाज़ा खोला कुण्डी हाथ में! नल खोला तो टूटी हाथ में! ब्रुश किया तो दांत हाथ में! अब डर के मरे सोच रहा है कि सुसु करू या न!
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